श्री नामवर सिंह ने श्री काशीनाथ सिंह को निम्न पत्र लिखा था-जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालयनई दिल्ली-11000678-04-८४
प्रिय काशी,
प्रिय काशी,
श्री विभूति नारायण राय के बारे में जो कुछ सुना है उससे उनके बारे में मेरी राय अच्छी नहीं है। वे बड़े महत्वाकांक्षी आदमी हैं और महत्वाकांक्षी आदमी कुछ भी कर सकता है। अंग्रेजी में ऐसा आदमी Unscrupulous कहा जाता है। उनके इर्द-गिर्द ऐसे ही खाऊ-कमाऊ लेखकनुमा जीव फिरते रहते हैं। मुझे भय है कि तुम्हें वे किसी चक्कर में न फँसा दें। तुम्हारा नामवर
हिन्दी के भीष्मपितामह नामवर सिंह ( NAMAVAR SINGH ) ने यह पत्र हिन्दी के प्रख्यात कहानीकार अपने सगे छोटे भाई काशीनाथ सिंह ( KASHINATH SINGH ) को लिखा है। काशी के नाम नामवर के लिखे पत्रों का संकलन राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली , ने “काशी के नाम ” शीर्षक से छापा है। 2006 में छपी 364 पेज की यह पुस्तक 400 रूपये की है। नामवर जी ने विभूति नारायण राय के बारे में जो लिखा है वह इस पुस्तक के पेज 252 पर छपा है।जिसमें नामवर सिंह ने लिखा है-श्री विभूति नारायण राय के बारे में जो कुछ सुना है उससे उनके बारे में मेरी राय अच्छी नहीं है। वे बड़े महत्वाकांक्षी आदमी हैं और महत्वाकांक्षी आदमी कुछ भी कर सकता है। अंग्रेजी में ऐसा आदमी Unscrupulous कहा जाता है।
.....एस.चन्द एंड कम्पनी,रामनगर,नईदिल्ली से प्रकाशित फादर कामिल बुल्के की लिखी“अंगरेजी हिन्दी कोश ” के 1992 के संस्करण के पेज 804 परUNSCRUPULOUS शब्द का अर्थ दिया है- अनैतिक, चरित्रहीन, बेईमान.
नामवर सिंह ने लिखा है-...अंग्रेजी में ऐसा आदमी Unscrupulous कहा जाता है।...इस वाक्य को पूरा का पूरा हिन्दी में लिखे तो वाक्य होगा-... ऐसा आदमी अनैतिक, चरित्रहीन, बेईमान कहा जाता है ।....यह लिखने पर नामवर सिंह का काशी के नाम लिखा यह पत्र इस तरह पढ़ा जायेगा-प्रिय काशी,श्री विभूति नारायण राय के बारे में जो कुछ सुना है उससे उनके बारे में मेरी राय अच्छी नहीं है। वे बड़े महत्वाकांक्षी आदमी हैं और महत्वाकांक्षी आदमी कुछ भी कर सकता है। ऐसा आदमी अनैतिक, चरित्रहीन, बेईमान कहा जाता है। उनके इर्द-गिर्द ऐसे ही खाऊ-कमाऊ लेखकनुमा जीव फिरते रहते हैं। मुझे भय है कि तुम्हें वे किसी चक्कर में न फँसा दें। तुम्हारा नामवर
गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा, महाराष्ट्र के चांसलर हैं नामवर सिंह।और पुलिस अफसर विभूति नारायण राय(VIBHUTI NARAYAN RAI / V.N.RAI ) इस विश्वविद्यालय के कुलपति हैं। यह केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। जिस समय केन्द्र में वामपंथियों के सहयोग से मनमोहन सिंह की सरकार थी ,उस समय, महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा के कुलपति पद पर पुलिस अफसर विभूति नारायण राय की 5 साल के लिए नियुक्ति हुई।
nice
जवाब देंहटाएंयह सारी बातेँ मनगढन्त हैँ
जवाब देंहटाएं