सोमवार, 15 फ़रवरी 2010

मीडिया विभाग के छात्रों द्वारा वहिस्कार






प्रति,
कुलपति
महात्‍मा गांधी अंतर्राष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा
विषय : जनसंचार विभाग के अनिश्‍िचतकालीन बहिष्‍कार की सूचना
हमें ज्ञात हुआ है कि जनसंचार विभाग के शिक्षक प्रो अनिल चमड़‍िया को विश्‍वविद्यालय द्वारा तत्‍काल प्रभाव से सेवामुक्‍त कर दिया गया है। इस निर्णय के लिए विजिटर द्वारा नामित छह सदस्‍यीय कार्यकारी समिति की पहली बैठक के कार्यवृत्त का हवाला दिया गया है।यह कदम कुलपति विभूति नारायण राय के मनमानेपन और नियम कानून को ताक पर रख काम करने के उनके रवैये की ही एक कड़ी है। इस निर्णय से न सिर्फ विश्‍वविद्यालय, उसके अधिनियम और न्‍याय की भावना के साथ खिलवाड़ हुआ है बल्कि न्‍यायालय के निर्णय से पहले ही स्‍वघोषित, मनमाना निर्णय सुनाया है, जिससे प्राकृतिक न्‍याय के सिद्धांत का भी घोर उल्‍लंघन किया गया है। इस पूरी प्रक्रिया में, इक्जिक्‍यूटिव कौंसिल को मामले की आधी-अधूरी जानकारी देते हुए उसे एक कवर के रूप में इस्‍तेमाल किया गया है। वहीं, दूसरी ओर प्रोफेसर और वर्तमान में विभागाध्‍यक्ष अनिल कुमार राय अंकित के ऊपर चोरी करके कई किताबें लिखने के आरोप के बावजूद इक्जिक्‍यूटिव कौंस‍िल से उनकी नियुक्ति का कनफर्मेशन हासिल किया गया है। अनिल अंकित राय के कारनामों के बारे में देश के मीडिया में लगातार खबरें आ रही हैं। ऐसे में ये निर्णय कुलपति विभूति नारायण राय की मनमानियों का स्‍पष्‍ट प्रमाण हैं।हम छात्र-छात्राएं कुलपति के इस निरंकुश निर्णय से सर्वाधिक प्रभावित लोग हैं। अनिल चमड़‍िया न सिर्फ देश के एक जाने माने पत्रकार हैं बल्कि वे देश भर के प्रमुख पत्रकारिता संस्‍थानों में मीडिया के एक लोकप्रिय शिक्षक हैं और इसलिए हमारे विश्‍वविद्यालय द्वारा चयन की पूरी प्रक्रिया के तहत उनके आउटस्‍टैंडिंग वर्क रिकॉर्ड के आधार पर बतौर एमिनेंट स्‍कॉलर प्रोफेसर पद पर चयन किया गया था। यह बेहद अफ़सोसनाक है कि विजिटर द्वारा नामित कार्यकारी परिषद ने सभी जरूरी तथ्‍यों की जांच-पड़ताल किये बगैर कुलपति के इस मनमाने निर्णय पर मुहर लगा दी है।हम छात्र-छात्राएं इन मनमाने निर्णय के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराते हुए जनसंचार विभाग के अनिश्‍िचतकालीन बहिष्‍कार की घोषणा करते हैं। और अगर इस पर तत्‍काल उचित कार्रवाई नहीं की जाती तो विरोध स्‍वरूप अगले कदम के बतौर हम अपनी डिग्री त्‍याग देंगे।

छात्र छात्राएंअनिल, लक्ष्‍मण प्रसाद, दिनेश मुरार, चंद्रिका, अमिता, दिलीप, देवाशीष प्रसून, उमा साह, अतुल कुमार सिंह, आजाद अंसारी, भानु प्रताप, धीरज कांबले, उत्‍पल कांत, रोशनी, ईशा, सुनील घोड़के, राजदीप राठौर, रत्‍नाकर, नीलेश झाल्‍टे, हरि प्रताप सिंह, गुंजेश, रेणु कुमारी, रत्‍नेश, अजयप्रतिलिपि,1)

विजिटर, महात्‍मा गांधी अंतर्राष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय

विजिटर द्वारा नामित सभी सदस्‍य, कार्यकारी परिषद

कैबिनेट मंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नयी दिल्‍ली

अध्‍यक्ष, विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग

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